भारतीय स्टेट बैंक (SBI) वित्त वर्ष 2025 में 15,000 से अधिक लोगों की भर्तियां करने की योजना पर काम कर रहा है। इन लोगों की नियुक्ति परिचालन सहायक- स्टेट बैंक ऑपरेशंस सपोर्ट सर्विसेस (State Bank Operations Support Services) में की जाएगी। शाखाओं के विस्तार, सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों की जगह भरने और मार्केटिंग टीम की क्षमता बढ़ाने के लिए ये भर्तियां की जाएंगी।
स्टेट बैंक ऑपरेशंस सपोर्ट सर्विसेस ने पिछले साल कामकाज शुरू किया था। चालू वित्त वर्ष में SBI 3,000 से अधिक नई शाखाएं खोलने की योजना तैयार कर रहा है। वित्त वर्ष 24 में बैंक ने 139 नई शाखाएं खोली थीं।
बैंक PO की भर्ती प्रक्रिया जारी
SBI चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि वह जरूरत के हिसाब से नई नियुक्तियां (new recruitments) करने के लिए तैयार है। SBI चालू वित्त वर्ष में विभिन्न श्रेणियों में 11,000-12,000 परिवीक्षाधीन अधिकारी (प्रोबेशनरी ऑफिसर) यानी SBI PO नियुक्त करने की प्रक्रिया में पहले से ही जुटा है।
85 फीसदी से ज्यादा इजीनियरिंग डिग्रीधारकों को मिलेगी नौकरी: SBI चेयरमैन
खारा के अनुसार अधिकारी एवं सहायकों (एसोसिएट्स) में 85 प्रतिशत से अधिक इंजीनियरिंग उपाधि वाले हैं मगर उन्होंने यह भी साफ किया कि इंजीनियरों की तरफ बैंक का कोई झुकाव नहीं है। नए लोगों को सबसे पहले बैंक के काम-काज से रूबरू कराया जाएगा और उसके बाद उन्हें विभिन्न भूमिकाओं में भेजा जाएगा।
खारा ने वित्त वर्ष 24 के नतीजो की घोषणा के दौरान कहा कि इनमें कुछ सूचना-प्रौद्योगिकी खंड (IT Segemnt) में काम कर रहे हैं। शाखाओं की संख्या पर पूछे गए सवाल पर खारा ने कहा, शाखाओं की संख्या कम करने का कोई सवाल नहीं है। भारत जैसे देश में जिस तरह की आर्थिक तरक्की दिख रही है उसके देखते हुए काफी संभावनाएं मौजूद हैं। हमें उन खंडों पर ध्यान देना होगा जहां हमें शाखाओं की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। मार्च 2023 के अंत में SBI की कुल 22,542 शाखाएं थीं।
आगे क्या है SBI का बिजनेस प्लान
संचालन से मिली मदद के कारण सहायक कंपनी (subsidiary company) ने 8000 लोगों की नियुक्ति की। यह नियुक्ति आमतौर पर अर्ध शहरी शाखाओं में हुई। इसके अलावा बैंक की शहरी और महानगरी इलाकों में अधिक मानवश्रम (more manpower) की योजना है और इसकी अनुमति लेने की प्रक्रिया जारी है। खारा ने कहा कि अधिक ग्राहकों तक पहुंच बनाने के लिए ढांचा तैयार किया गया है।
सहायक कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि सहायक कंपनी की संचालन में मदद के लिए सालाना 3000 से अधिक लोगों को शामिल किया गया है। सहायक कंपनी द्वारा नियुक्त किए जाने वाले लोगों को उचित प्रक्रिया, मार्केटिंग और दस्तावेजीकरण से तैनात किया जाता है।
SBI के स्टाफ़ का वेतन और भत्ते ज्यादा
SBI समूह के अधिकारियों ने कहा कि सहायक कंपनी में काम करने वाले लोगों को बैंक ऑफिस वर्क, मार्केटिंग व रिकवरी की जिम्मेदारियां दी गई हैं। इस सहायक कंपनी ने ग्राहकों तक पहुंच बनाने, किसी कार्य को जारी रखने और रिकवरी करने में अच्छी भूमिका निभाई है। इस साल योजना बैंक का दायरा शहरी और महानगरों में बढ़ाने की है।
इस सहायक कंपनी में नियुक्त किए गए ज्यादातर कर्मचारी स्थानीय निवासी हैं। इन स्थानीय लोगों के कारण बैंक की ग्राहकों तक पहुंच बढ़ी है और इन कर्मियों का आवाजाही पर होने वाला खर्च भी घटा है। बैंक के साथ प्रत्यक्ष रूप से काम करने रहे स्टाफ का वेतन और भत्ते अधिक हैं। हालांकि सहायक कंपनी में काम करने वाली कंपनियों के कर्मचारियों पर खर्च कम है। अधिकारियों के अनुसार इससे SBI समूह को खुदरा सेवा कारोबार में फायदा मिलता है।