सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार ने कहा है कि वह भारत में गरीब एवं वंचित छात्रों के दरवाजे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए जल्द ही एक नया ऑनलाइन शैक्षिक मंच शुरू करेंगे। नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के ‘केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट’ द्वारा आयोजित “रीइमैजिनिंग इंडिया: शेपिंग द ग्लोबल इकोनॉमिक लैंडस्केप” विषय पर ‘‘2024 केलॉग इंडिया बिजनेस कॉन्फ्रेंस’’ में अपने संबोधन में कुमार ने कहा कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंचने के लिए उपलब्ध तकनीक को अपनाने का समय आ गया है।
कुमार ने कहा, ‘‘अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचने के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकी को अपनाने का समय आ गया है। सुपर 30 ने मुझे गरीबों की जिंदगी बदलने की आकांक्षाओं को बढ़ाने में मदद की और उत्तीर्ण हुए कई छात्रों ने शिक्षा की शक्ति से एक पीढ़ीगत बदलाव का प्रदर्शन किया। शिक्षा को गरीबों के दरवाजे तक ले जाने के लिए जल्द ही एक नया ऑनलाइन शैक्षिक मंच शुरू किया जाएगा, जो उनकी अग्रणी सुपर 30 पहल का एक विस्तारित संस्करण होगा।”
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण आये व्यवधान ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया, जैसे कि सोशल मीडिया के माध्यम से घर में फंसे छात्रों से जुड़ना। कुमार ने कहा कि कोई भी प्रतिकूल परिस्थितियों से बहुत कुछ सीख सकता है।
उन्होंने कहा, “दुनिया प्रतिभाशाली लोगों से भरी हुई है। वर्तमान परिदृश्य में भी, बहुत सारे बच्चे गरीबी के कारण दुनिया की नजरों से दूर हैं। उनमें न्यूटन और रामानुजन बनने की क्षमता है, लेकिन शायद अवसर के अभाव के कारण उनकी प्रतिभा खो जाती है। मेरी ऑनलाइन पहल का उद्देश्य उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए मंच देना है।”
आनंद कुमार ने कहा कि इससे हर वंचित छात्र को शिक्षित देखने का उनका सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा, “सबसे गरीब भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के हकदार हैं। प्रौद्योगिकी का सबसे अच्छा उपयोग यह सुनिश्चित करना होगा कि अवसर वंचितों तक पहुंचे।’’
Super-30 ने मुझे गरीबों की जिंदगी बदलने की आकांक्षाओं को बढ़ाने में मदद की और उत्तीर्ण हुए कई छात्रों ने शिक्षा की शक्ति से एक पीढ़ीगत बदलाव का प्रदर्शन किया- आनंद कुमार