इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली प्रमुख अमेरिकी कंपनी टेस्ला जल्द ही भारत में अपना कारखाना स्थापित कर सकती है। कंपनी ने भारत और मैक्सिको में 25,000 डॉलर कीमत वाली अपनी किफायती इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बनाई है जो 2025 में अथवा उसके बाद कभी भी साकार हो सकती है।
टेस्ला के प्रमुख ईलॉन मस्क ने घोषणा की है कि कंपनी नए कारखानों में निवेश करने से पहले नए एवं किफायती मॉडलों का उत्पादन अपने मौजूदा कारखानों में करेगी ताकि उनकी पूरी क्षमता का उपयोग किया जा सके।
कंपनी अमेरिका के टैक्सस एवं फ्रेमोंट, जर्मनी के बर्लिन और चीन के शांघाई में अपने कारखानों का संचालन करती है। टेस्ला कैलेंडर वर्ष 2023 के अंत तक सालाना 18 लाख वाहनों का उत्पादन कर रही थी। मगर उसकी वैश्विक उत्पादन क्षमता सालाना 30 लाख वाहनों की है।
मस्क ने मंगलवार को निवेशकों से बातचीत में कहा कि कंपनी को उत्पादन में 2023 के मुकाबले 50 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। इसका मतलब साफ है कि 2024 के अंत तक वह अपनी अधिकांश क्षमता का उपयोग करेगी।
यह समय-सीमा सरकार की नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति के बिल्कुल अनुरूप है। इसके तहत भारत में तीन साल के भीतर विनिर्माण कारखाना स्थापित करना अनिवार्य है जिसे 2027 तक बढ़ाया जा सकता है। यह टेस्ला की उस रणनीति के भी अनुरूप है जिसके तहत उसने 2025 के मध्य से नए मॉडलों को बाजार में उतारने की घोषणा की है।
मस्क ने निवेशकों से बातचीत में कहा कि नए वाहनों में अधिक किफायती मॉडल भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘इन मॉडलों का उत्पादन हमारे मौजूदा वाहनों की तरह समान कारखानों में किया जा सकेगा।’
मस्क ने माना कि इस रणनीति के कारण लागत में पहले के अनुमान के मुकाबले कमी हो सकती है। इससे टेस्ला 30 लाख वाहनों के उात्पादन की अपनी मौजूदा क्षमता का पूरा उपयोग करने में समर्थ होगी। इसके परिणामस्वरूप नए कारखानों में निवेश करने से पहले उसके उत्पादन में 2023 के मुकाबले 50 फीसदी की वृद्धि होगी।
कंपनी के निवेशकों ने नए कारखानों में नए मॉडल बनाने का जोखिम न लेने संबंधी निर्णय का स्वागत किया है। यही कारण है कि तिमाही वित्तीय लक्ष्यों को हासिल न करने के बावजूद टेस्ला के शेयर में 12 फीसदी की उछाल आई।
मस्क ने यह भी बताया कि भविष्य के कारखानों में उत्पादन 2025 की दूसरी छमाही में शुरू हो जाएगा। उनके इस खुलासे से बाजार में लगाई जा रही ऐसी अटकलें दूर हो गई हैं कि टेस्ला ने किफायती कार बनाने की योजना छोड़ दी है।
जनवरी में मस्क ने कहा था कि टेस्ला का लक्ष्य 2025 की दूसरी छमाही में नए किफायती मॉडलों को उतारना है। उन्होंने कहा था कि इन मॉडलों में क्रांतिकारी विनिर्माण प्रौद्योगिकी होगी जो टेस्ला की वृद्धि को जबरदस्त रफ्तार देगी।
उम्मीद की जा रही थी कि मस्क सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और नए किफायती मॉडलों के उत्पादन के लिए कारखाना स्थापित करने के लिए बड़े निवेश की घोषणा करेंगे। मगर मस्क ने कंपनी के लिए अधिक व्यस्तता का हवाला देते हुए अंतिम समय में उसे रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि वह अपनी यात्रा को इस साल के आखिर में नए सिरे से निर्धारित करेंगे।
टेस्ला के प्रमुख Elon Musk ने घोषणा की है कि कंपनी नए कारखानों में निवेश करने से पहले नए एवं किफायती मॉडलों का उत्पादन अपने मौजूदा कारखानों में करेगी।